Bhagavad Gita Chapter 4
भगवत गीता अध्याय 4 (Bhagavad Gita Chapter 4) -इस अध्याय में भगवान श्री कृष्ण अर्जुन को ज्ञान योग के बारे में बताते हैं I श्रीभगवानुवाच इमं विवस्वते योगं प्रोक्तवानहमव्ययम्। विवस्वान्मनवे प्राह मनुरिक्ष्वाकवेऽब्रवीत्॥1॥ भावार्थ – श्री भगवान कहते हैं – पहले मैंने इस अविनाशी योग को सूर्य से कहा था, सूर्य ने अपने पुत्र वैवस्वत मनु …